दोस्ती-यारी में बगैर सोचे-समझे न लें ये डिसीजन, जरा सी चूक हुई तो बैंक हाथ धोकर आपके पीछे पड़ जाएगा
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Tue, Aug 13, 2024 01:07 PM IST
जब किसी का सिबिल स्कोर खराब होता है या फिर लोन की राशि बहुत बड़ी है तो बैंक ग्राहक को लोन देने में हिचकिचाते हैं. ऐसे में व्यक्ति कई बार गारंटर की मदद लेकर बैंक से लोन अप्रूव कराते हैं. गारंटर बनने के लिए लोग अपने किसी करीबी या दोस्त से मदद मांगते हैं. आपके सामने भी ऐसी कोई स्थिति आए और आपका कोई दोस्त आपसे गारंटर बनने के लिए लिए कहे तो बिना सोचे-समझे कोई फैसला न कीजिएगा क्योंकि लोन गारंटर की भी कई बड़ी जिम्मेदारियां होती हैं. अगर आपके दोस्त ने लोन नहीं चुका पाया तो गारंटर के तौर पर आपको भी इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है. यहां जानिए इसके बारे में-
1/4
गारंटर को लेकर ये है नियम
नियम के मुताबिक किसी लोन की गारंटी देने वाला व्यक्ति भी लोन लेने वाले व्यक्ति के बराबर कर्जदार होता है. डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक पहले लोन लेने वाले को नोटिस भेजता है. जवाब न मिलने पर गारंटर को भी नोटिस भेजा जाता है. ऐसे में अगर कर्ज लेने वाला उस कर्ज को नहीं चुका पाता तो आपको उस लोन को चुकाने की जिम्मेदारी लेनी होगी.ऐसे में बैंक आपके पीछे हाथ धोकर पड़ जाएंगे. अगर आप भी ऐसा नहीं कर पाते हैं तो इसका नुकसान उठाना होगा.
2/4
सिबिल स्कोर होता है खराब
सिबिल केवल कर्जदारों के साथ-साथ गारंटी देने वालों का रिकॉर्ड भी रखता है. जिस लोन की आपने गारंटी दी है उसे आपके द्वारा लिया गया माना जाएगा. ऐसे में अगर लोन लेने वाला अपना कर्ज नहीं चुका पाता है तो उसकी लोन की रकम आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में लायबिलिटी के तौर पर दिखेगी. इससे आपका भी सिबिल स्कोर खराब होगा.
TRENDING NOW
3/4
लोन लेने में होगी दिक्कत
4/4